एक फेमस एक्टर ने हाल ही में अपने बचपन की एक दिल को छूने वाली सच्चाई बताई है, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। बिग बॉस के विनर करणवीर मेहरा ने बताया कि बचपन में उन्हें पढ़ाई में बेहद दिक्कत होती थी, लेकिन तब किसी ने भी उनकी परेशानी को सही तरीके से नहीं समझा।
टीचर्स ने उन्हें आलसी और बेवकूफ समझा और बेरहमी से पीटा। दोस्तों ने मजाक उड़ाया, और घरवालों ने भी उन्हें ताने मारे। लेकिन, असल में, वह कोई बहाना नहीं बना रहे थे। वह सच में एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, जिसका नाम था डिस्लेक्सिया।
उस वक्त किसी को नहीं पता था कि करणवीर के साथ क्या हो रहा है। सालों बाद, जब उनका चेकअप हुआ, तब यह बीमारी सामने आई। करणवीर ने कहा, “अगर किसी ने मेरी परेशानी को समझा होता, तो मेरा बचपन इतना दर्दनाक नहीं होता।”
आज जब वह पीछे मुड़कर अपने बचपन को देखते हैं, तो वह मानते हैं कि अगर सही समय पर उन्हें मदद मिलती, तो उनका जीवन अलग ही होता।
इस बीमारी से जूझ रहे थे करणवीर मेहरा!
बिगबॉस और खतरों के खिलाड़ी के विजेता करणवीर मेहरा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने बचपन से जुड़ी एक बेहद गंभीर बीमारी के बारे में बताया, जिसे सुनकर हर कोई चौंक जाएगा। करणवीर ने बताया कि उन्हें बचपन में डिस्लेक्सिया नाम की बीमारी थी, जिससे उनकी पढ़ाई पर बुरा असर पड़ा और उनका बचपन उतना आसान नहीं था जितना कि किसी और का होता है।
डिस्लेक्सिया एक मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति को पढ़ने, लिखने और समझने में परेशानी होती है। करणवीर ने बताया कि उनकी पढ़ाई सही से नहीं हो पा रही थी और यही कारण था कि उन्हें स्कूल में बार-बार असफलता का सामना करना पड़ा।
बचपन में इस परेशानी को समझने की बजाय, उनके परिवार ने उन्हें हॉस्टल भेज दिया, सोचते हुए कि इससे उनकी आदतें सुधार जाएंगी। लेकिन असल में करणवीर उस समय बहुत बड़ी मानसिक परेशानी से जूझ रहे थे। उन्होंने कहा, “मैं जानबूझकर टेस्ट गलत देता था क्योंकि मैं घर से दूर नहीं जाना चाहता था।”
करणवीर ने फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ का भी जिक्र किया, जो इस बीमारी पर आधारित थी, और बताया कि उनका हाल भी फिल्म के उस लड़के जैसा था, क्योंकि उन्हें भी पार्शियल डिस्लेक्सिया था।
अब जब करणवीर पीछे मुड़कर अपनी ज़िंदगी को देखते हैं, तो उन्हें एहसास होता है कि अगर कोई उस वक्त उनकी परेशानी को समझता, तो उनका बचपन शायद इतना मुश्किल नहीं होता।
करणवीर बोहरा का दर्दनाक खुलासा: पढ़ाई में थे जीरो, मां को तंग करके हॉस्टल भेजा!
करणवीर मेहरा ने हाल ही में अपने बचपन के बारे में एक बहुत ही दिलचस्प और सच्चा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बचपन में उन्हें पढ़ाई में कभी भी कोई दिलचस्पी नहीं थी। स्कूल के बजाय वह हमेशा शरारतों में डूबे रहते थे और पढ़ाई में उनका मन कभी नहीं लगता था।
करणवीर ने बताया, “मुझे स्कूल में पढ़ाई बिल्कुल भी पसंद नहीं थी। इस वजह से मेरी हालत इतनी खराब हो गई थी कि टीचर्स मुझे स्केल से मारते थे और कहते थे, ‘क्या कर रहे हो?’”
उन्होंने बताया कि उनकी मां को लगा शायद उन्हें बोर्डिंग स्कूल भेजने से कुछ सुधार आएगा, तो उन्होंने उन्हें वहां भेज दिया। लेकिन करणवीर ने जानबूझकर टेस्ट में गलत जवाब दिए क्योंकि वह घर से दूर नहीं जाना चाहते थे।
करणवीर ने कहा, “उस वक्त मेरे लिए सब कुछ वैसा ही था जैसा ‘तारे ज़मीन पर’ के लड़के के साथ हुआ था, बिल्कुल वैसा ही था।”