1000 Babies Review | बूढ़ी औरत की डायरी में छिपे राज़ जो दुनिया को हिला देंगे!

क्या आप तैयार हैं एक ऐसे शो के लिये जो आपके दिमाग को इस तरह हिला दे कि आप साजिशो के जाल मे उलझा दे। अगर आप को लगता है आपको जेम्स बाँड हैं तो यह आपको जरूर देखनी चाहिए।

1000 Babies Review एक रोमांचक रहस्मयी और पुलिस क्राइम ड्रामा है जो थोड़े थोड़े टाइम के बाद आपकी दिमाग की एक्सरसाइज करता रहेगा।

1000 babies story की शुरुआत एक बूढ़ी औरत से होती है जो अपने एकलौते बेटे बबन के साथ बेहद ही डरावने और रहस्मयी जंगल में रहती है। उसकी दीवारों पर लिखे अजीब नोट्स आपको सवालों में डाल देंगे।

अब इस सिरीज के सभी अन्सुलझे रहस्यो को बहुत बारिकी के साथ जानने की कोशिश करते हैं । अब आप अपना दिमाग खोल लिजिये।

Webseries Details

Director Najeem Koya
1000 Babies BastNeena Gupta.
Rahman
No. of seasons1
No. of episodes7
Running time38-55 minutes
Release18 October 2024

1000 Babies Review In Hindi

अब कहानी को समझते है यह कहानी सुरु होती है एक बूढ़ी औरत ( नीना गुप्ता ) जो इस सीरीज की मैं करैक्टर है जो अभी जानलेबा मानसिक बीमारी से जिंदगी की जंग कर रही है।

बो अपने के अजीबो गरीबऔर डरावने बिचार हमेशा दीवार पर लिखती है जो देखने में बहुत ही खौफनाक नज़र आता है।

उसका चहेता बेटा बिबिन बहुत ही साधारण जिंदगी जीता है , लेकिन उसकी जिंदगी में ऐसा मोड़ आता है जो उसकी पूरी जिंदगी को पूरी तरह से तहस नहस हो जाती है।

यह एक बेरहम माँ की क्रूरता और उसके द्वारा खेले जाने बाले खौफनाक खेल और और पुलिस के भी न समझ आने बाले रहस्यों से भरपूर एक्शन थ्रिलर की कहानी है जो समाज हमारे बिच रह रहे ऐसे लोगो की पोल पट्टी को खोल देती है।

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1000 babies review in hindi

एक दिन कुछ ऐसा होता है सारा अपने हस्बैंड बिबिन को अपने अतीत की कुछ ऐसी क्रूर कहानी बताती है जिससे बो पूरी तरह हिल जाता है। सारा बताती है जब बो एक हॉस्पिटल में जॉब करती थी तब उसने 1000 बच्चो की अदला बदला की थी।

यह सुनकर बिबिन पूरी तरह से गुस्से से लाल हो जाता है और ऐसा कुछ करने की सोचता है जिससे उसका रिस्ता पूरी तरह से नस्ट हो सकता है।

कहानी में असली और दिमाग को झकजोर कर रख देने बाला ट्विस्ट तो तब आता है जब सारा अपने हस्बैंड को सच बताने से पहले एक सीक्रेट लेटर को लिखकर मजिस्ट्रेट को चुपके से भेज देती है।

उसमे लेटर में बो अपने सभी पुराने करतूतों की पोल उस लेटर में खोल देती है जिससे बिबिन की जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है।

बिबिन अपनी पत्नी सारा और अपनी माँ दोनों के साथ क्या करता है जिसे पुलिस भी हैंडल नहीं पाती है , यह जानना बहुत ही रोचक है की सारा कैसे अपने अतीत को हैंडल करने की कोसिस करती है। मैं आपको यह बताता यह 1000 babies is true story पर आधारित है।

1000 Babies Review की यह एक ऐसी कहानी है जो हर किसी के दिल को नम कर सकती है, नैतिकता, परिवार, और पाप के प्रभाव पर गहराई से विचार करने पर मजबूर करती है। इसके और हर एक मोड़ पर आपको एक नया सस्पेंस और एक नयी चुनौती आपका इंतजार कर रही होती है।

अगर आप यहाँ तक आगये है तो आपको यह कहानी बहुत पसंद आ रही है मैं आपको बतादू इस सीरीज का हर क्षण आपको सोचने पर मजबूर करेगा!

यह सब सबालो के जबाब जानना चाहते हो तो इस आर्टिकल को अंत तक पूरा पड़ो या फिर आप इस सीरीज को जो की डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर अवेलेबल बहा देख सकते हो।

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क्या सचमुच 1000 Babies की ये बातें समझ में आ सकती हैं?

अब बात करे इस इस सीरीज के नेगेटिव पॉइंट्स और लॉजिक की तो तो बो कई जगह पर समझ नहीं आते है जैसे एक अपराधी जो इतने सारे कांड करता है बो ऐसा क्यों करता है इसकी बजह नहीं आती है किसी को।

और ऐसा कुछ एक और सीन में होता है जहा नर्स ने अपने अपनी डायरी सरे नाम और पते लिखे थे तो उसे दीवारों पर लिखने की जरुरत क्यों पड़ती है जो थोड़ा लोगिकल नहीं लगता है।

उसने इतने सालो तक उन नामो को दीवार पर लिखा उसके बाद भी उसके बेटे ने उसे नहीं देखा न ही रोका यह कैसे हो सकता है।

आखिर क्यों इतने सरे कांड करने के बो इतना समय कैसे लेता रहा , और इतना पैसा कहां से लाता था कि तीन-तीन लाख रुपये बांट देता था? आखिर कैसे बो इतनी एडवांस्ड लैब बनता है जिससे पुलिस कुछ भी नहीं ढूंढ नहीं पाती है और उसके नंबर से उसके लोकेशन का भी पता नहीं कर पाती है।

यह किसी भी मूवी में नहीं होना चाहिए।

यह सीरीज का अंत बहुत सरे अनसुलझे सबलो का जबाब दिए बिना ही हो जाता है जिससे बहुत ही निराशा होती है। इस सीरीज में भी मीडिया की तरह की हिन्दू मुस्लिम का एंगल डाला है जिसकी बिल्कुल भी जरूररत नहीं थी।

एक हिन्दू नेता ही कुछ आपत्तिजनक कहते हुए दिखते है जो बहुत ही बेकार लगता है।नीना तो हमेशा की तरह बेहतरीन हैं, जबकि रहमान और संजू शिवराम ने अपने किरदारों में गहराई से उतरने की कोशिश की है।

इसका निर्देशन नज़ीम ज़ोया ने किया जहा उन्होंने बहुत सारी चूक हुई है जैसे उन्होंने बहुत सरे मुद्दों कोई सेन्स ही नहीं लगाया जिससे कहानी में बहुत कुछ अधूरा सा लगता है।

1000 Babies वेब सीरीज में तो होना ही नहीं चाहिए था।

इसमें एक कट्टर सनातनी नेता के किरदार को बीफ खाते हुए दिखने से यह लोग क्या साबित करना चाहते है यह समझ से परे है।

एक ऐसा नेता जो औरतो और बेटियों के कपड़ो पर आपत्तिजनक बयां देता हो यह सब बेकार निर्देशन की तरफ इशारा करता है।

मुस्लिम कसाई को शिक्षा के खिलाफ दिखाना भी बिल्कुल बेतुका है। इस तरह की अनावश्यक बातें कहानी की थ्रिलिंग सेंस को पूरी तरह से खत्म कर देती हैं।

1000 Babies Hindi Review Final Conclusion

मैं बात करू अपन नीना गुप्ता की तो उन्होंने तो बहुत ही अच्छा अभिनव किया लेकिन साथ ही इस सीरीज में बहुत सरे इल्लॉजिकल किरदार और कुछ बेतुके सीन है अगर उन्हें आप नज़र अंदाज़ कर सके तो यह माइंड गेम को समझने के लिए परफेक्ट है।

मई उम्मीद करता हु यह आपको पसंद आया होगा और आप इसे देखेंगे जरूर अगर मेरा यह आर्टिकल एक्सप्लेन करने का तरीके अच्छा लगा तो एक कमेंट जरूर बताये।

FAQs

who are the actors in 1000 babies

इस सीरीज में मैन किरदार रहमान, नीना गुप्ता, और संजू शिवराम इन्होने निभाया है। नीना गुप्ता ने अपने किरदार से सीरीज में जान डाल्दी।

which actor has 4 kids

धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर से चार बच्चे हैं: विजयता, अजीता, सनी, और बॉबी देओल।

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