First Copy web seriesReview -मुनव्वर फारूकी का ‘फर्स्ट कॉपी’ – एक ऐसा धमाका जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी! आपने मुनव्वर को माइक थामे हज़ार बार देखा होगा, मगर इस बार उसने कैमरे के सामने ऐसा जादू बिखेरा कि लोगों के मुंह से सिर्फ़ एक ही बात निकल रही है –“यार, ये असल में एक्टिंग भी कर लेता है!”
जब मैंने ‘Munawar Faruqui: First Copy’ का ट्रेलर देखा, तो लगा था ये भी बाकी वेब सीरीज की तरह एक ‘औसत-दर्जे का’ शो होगा… मगर पहले ही एपिसोड ने मेरी सोच को गलत साबित कर दिया! प्लॉट की ऑरिजिनैलिटी, डार्क कॉमेडी का नशा और मुनव्वर का वो क्रिस्प एक्टिंग… सब कुछ इतना रॉ और अनफ़िल्टर्ड था कि लगा नहीं कि ये उसका डेब्यू है।
Munawar, जो अब तक अपनी लाइफ की कड़वी सच्चाइयों को मज़ाक में कहता आया है, इस बार उन्हीं सच्चाइयों को कहानी बना कर आपके दिल में उतार देता है। ये सीरीज नहीं, एक आइना है — जहां हर आम लड़का खुद को देख सकता है।
आज भी हमारी इंडस्ट्री में “first copy” जैसे लोग सिर्फ डुप्लीकेट समझे जाते हैं — लेकिन Munawar की ये सीरीज बताती है कि पहली नकल में भी असली दर्द छुपा होता है।
Munawar की आंखों में जो डर, गुस्सा और मजबूरी है — वो आपकी आंखें नम कर देती है। और यहीं पर First Copy web series आपको सिर्फ एक दर्शक नहीं, कहानी का हिस्सा बना देती है।
Munawar Faruqui First Copy Movie Details
Director
Farhan P. Zamma
First Copy Cast
Munawar Faruqui, Krystale D,souza, Raza Murad
Where To Watch
Amazon, MX Player
First Copy Web Series Episodes
10 Episodes
Release Date
2025-06-20
फर्स्ट कॉपी: 90s की मुंबई में जब एक सपना बन गया अपराध की दास्ताँ
अब मैं सिनेमाविनेमा के इस रिव्यु में first copy web series Story क्या है आपको समझाने की कोसिस करता है। मुनावर फारुकी का क्या किरदार है यह सीरीज बाकियो से कितना अलग है आइये जानते है।
मित्रों, कभी सोचा है कि “गलत रास्ता चुनने वाला इंसान वास्तव में खलनायक होता है… या सिस्टम का शिकार?” अगर नहीं, तो मुनव्वर फारूकी की ये सीरीज़ आपको इस सवाल के गहरे अर्थों में उतार देगी!
असली मुंबई की वो कहानी जिसे बॉलीवुड ने कभी नहीं दिखाया जिसे munawar faruqui debut series first copy में दिखाई गयी है। बॉलीवुड की कई मूवी में मैंने मुंबई ड्रीम्स जिसको सपनो की नगरी के रूप में तो बहुत बार देखा है लेकिन मजे की बात तो यह है 1996 को बो मुंबई जिसका इतिहास अब तक छुपा था अब सामने आगया है।
एक वीडियो कैसेट की कीमत – एक मजदूर की मेहनत की कमाई से भी ज्यादा थी।
लोकल ट्रेन के डिब्बे – पायरेटेड कैसेट्स का सबसे बड़ा अड्डा थे जहा इनको ब्लैक किया जाता था।
पुलिस वाला और गुंडा – अक्सर एक ही सिक्के के दो पहलू होते थे।
आरिफ़ का वो सफर जो आपको झकझोर देगा
सच कहू तो मुनावर फ़ारूक़ी ने केवल पायरेसी किंग का किरदार ही अदा नहीं किया बल्कि बल्कि सभी मिडिल क्लास और आम लड़को के सपनो को भी बखूबी दिखाया है, बल्कि हम सबके अंदर छुपे उस “टूटे हुए सपने” का प्रतीक है जो:
1️⃣ पहले एक्ट में “सर, मैं असिस्टेंट डायरेक्टर बनना चाहता हूँ” कहता है
2️⃣ दूसरे एक्ट में “भाईसाब, ये डुप्लिकेट CDS असली से बेहतर क्वालिटी की हैं” बेच रहा होता है
3️⃣ क्लाइमैक्स तक आते-आते “अब तो खून ही खून नहाएगा” की मानसिकता में पहुँच जाता है
First Copy Trailer
First Copy Web Series Review: 90s की मुंबई में वीडियो पायरेसी का काला सच!
क्या आप में कभी सोचने की कोशिश भी की है कि जब 9० के दसक में इंटरनेट जैसा कुछ भी नहीं था जब जो नयी फिल्मे रिलीज़ होती थी उनकी पायरेसी कैसे होती थी? First Copy इसी काले धंदे और उससे जुड़े अपराधों को हमारे सामने रखती है।
इस शो को देखकर आप न सिर्फ थ्रिल महसूस करेंगे, बल्कि उस दौर के लोगों की सोच, उनका जुगाad और अपराध के बीच की पतली सी लाइन भी समझ पाएंगे।
मुंबई के बैकस्ट्रीट में बसी ये कहानी सिर्फ एक क्राइम ड्रामा नहीं है, बल्कि उस ज़माने की पुरानी यादो का एक बड़ा आयना भी है जिसे हम देख रहे है। क्या आप भी VHS कैसेट्स की दुकानों से फिल्में किराए पर लेते थे?
मैं अगर यह कहु तो झूट नहीं होगा कि बही 90 के दशक का दौर इस 90s Mumbai underworld web series के जरिये बापस आ चूका है पर इस बार, पर्दे के पीछे की सच्चाई के साथ! जिसको मैं तो देख चूका हूँ क्या आप देखने बाले है कमेंट में जरूर बताना।
जब मैं इसको देख रहा था तो आज की आधुनिक दुनिया को भूलकर ऐसा महसूस कर रहा था जैसे मेरा ही सामने उन गलियों में जहाँ पायरेटेड फिल्मों की डीलिंग हो रही है। इसमें टोटल 10 एपिसोड्स है और इसका हर एक एपिसोड में नै साजिश, ट्विस्ट और मूवी माफियाओ काकाला सच है।
बेशक यह मूवी पायरेसी को दिखाती है, लेकिन मुझे जो इस मूवी में जो सबसे अच्छा लगा बो है कि कैसे एक आम सा लड़का अपने और अपनों के बड़े बड़े सपनो को पूरा करने के लिए किसी भी हद जा सकता है।
जब बह इन काली दुनिया में कदम रखता है और आगे बढ़ता है बो कुछ पल आपको भाबुक भी कर सकते है। खास बात ये है कि इसकी कहानी सिर्फ फिक्शन नहीं, बल्कि कई हद तक रियल घटनाओं से प्रेरित है।
क्या आपने कभी बचपन में पायरेटेड सीडी या कैसेट से कोई फिल्म देखी थी? या आपको याद है वो बंद दुकान के पीछे की खिड़की जहाँ से वो ‘स्पेशल’ कैसेट मिलती थी उस दुकान का नाम निचे कमेंट में जरूर बताये। नीचे कमेंट में ज़रूर शेयर करें आपकी यादें!
Munawar Faruqui Acting Skills Review: ‘फर्स्ट कॉपी’ में कॉमेडी किंग का डार्क ट्रांसफॉर्मेशन!
मुनव्वर फारूकी का ‘First Copy’ में आरिफ का अवतार इतना प्रभावशाली है कि सीरीज खत्म होने के बाद भी उनका किरदार यादों में घूमता रहता है! वो उनके Munawar Faruqui transformation for First Copy कॉमेडी से क्राइम तक का सफर: मुनव्वर ने ‘First Copy’ में ऐसा अवतार दिखाया जो उनकी एक्टिंग रेंज को साबित करता है!
अच्छा मैं अगर अपनी निजी राय रखू तो मुझे मुनावर फारुकी बस एक ‘हंसाने वाले कॉमेडियन’ जो एक अच्छा स्टैंडप कॉमेडी करता है लेकिन इसको देखने के बाद मई भौचक्का रह गया कि बो सभी नेपो किड्स से अच्छी एक्टिंग कर सकते है।
मुनव्वर ‘पायरेसी किंग’ के रोल में इतना डूबा है कि:
उनका “मैं नहीं, मेरी फर्स्ट कॉपी चलेगी” डायलॉग ने मुझे सीटी मरने के किये मजबूर कर दिया।
आँखों का “इनोसेंट से क्रूर” होना उन्हें नोपो किड्स का बॉस बनाता है।
बॉडी लैंग्वेज में बदलाव (चाय बेचते हुए झुकी कमर vs डॉन बनकर सीना तानकर चलना)
क्या ये मुनावर फारुकी का बेस्ट रोल है?
✔ हाँ, अगर आप “कॉमेडियन की सीरियस एक्टिंग” देखना चाहते हैं
✖ नहीं, अगर आप सिर्फ उनका “हंसाने वाला अवतार” ढूँढ रहे हैं
First Copy का खलनायक आरिफ़: किस असली मुंबई डॉन की कहानी से लिया गया है ये किरदार?
अगर आपने यहाँ तक यह First Copy web series Review पड़ लिया है तो अब यहाँ तक आकर आपके मन में यह एक सबाल Who inspired Arif’s character आया होगा। कोई बात नहीं अब जानते है इसी बारे में।
1990 के दशक में मुंबई की गलियों में कुछ ऐसे ‘कैसेट किंग्स’ हुआ करते थे, जिनके नाम से ही वीडियो पायरेसी का पूरा नेटवर्क कांपता था – शायद अंडरवर्ल्ड के संरक्षण में चलने वाला ये धंधा आज ‘First Copy’ की कहानी बन गया है! ‘First Copy’ का आरिफ़ उन्हीं की छाया में बना किरदार लगता है!
असली जिंदगी के ये पायरेसी किंग्स हो सकते हैं आरिफ़ की प्रेरणा:
90s में जिसने 5000+ दुकानों के साथ अपना पायरेसी एम्पायर खड़ा किया।
राजू पायरेसी (दादर का नोटोरियस डॉन):
लोकल ट्रेनों में कैसेट बेचने वाला गैंग लीडर
अन्य अनाम गैंग्स:
जो फिल्म स्टूडियोज के अंदरूनी लोगों के साथ मिलकर काम करते थे
प्री-रिलीज मूवी लीक करने के मास्टरमाइंड
क्या आरिफ़ पूरी तरह किसी एक पर आधारित है?
नहीं! ये किरदार कई पायरेसी माफियो को ध्यान में रखकर उनका एक परफेक्ट कॉम्बिनेशन है जो आपको परदे पर नज़र आ रहा है।
क्रिएटिव लाइसेंस: कहानी को और दिलचस्प बनाने के लिए कुछ फिक्शनल तत्व जोड़े गए, जिससे इसको और भी दिलचस्प और क्राइम थ्रिलर बनाया जा सके। जिससे ऑडियंस को एक कनेक्शन फील हो इसके साथ। आप कब इसको देखने बाले है?
Is First Copy based on true story?
अब ऐसे आपके मन में यह भी सबाल हिचकोले के रहा होगा कि First Copy based on true story लेकिन मैं आपको बताता चलू यह ट्रू स्टोरी नहीं है है यह जरूर है उस टाइम चल रहे पायरेसी जैसे धंदे को उजागर करती है। आम आदमी के इस धंदे से अमीर बनने की कहानी को दिखती है। जब वीडियो कैसेट्स के ज़रिए चोरी छुपे लाखों की कमाई होती थी।
First Copy Web Series Review In Hindi – मेरी पर्सनल रेटिंग